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परिंदा बेशक हालात ने पर कुतर दिए हो मेरे मैं वो परिंदा हूं, जिसकी उड़ान अभी बाकी है न जाने कितनों को समेट लिया होगा- तूने अपने आगोश में मैं गुजरा ...